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Showing posts from August, 2025

Dhanteras Par Kharidein Ye saman jo Aapke Liye Subh Hoga

धनतेरस पर क्या खरीदें जो आपके लिए शुभ होगा धनतेरस पर क्या खरीदें जो आपके लिए शुभ होगा धनतेरस का महत्व धनतेरस, जिसे धनत्रयोदशी भी कहा जाता है, दीपावली के पांच दिवसीय उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है। यह पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन स्वास्थ्य और समृद्धि से जुड़ी वस्तुओं की खरीदारी शुभ मानी जाती है। धनतेरस 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त धनतेरस 2025 में शनिवार, 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा। यह दिन दीपावली उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है और इसे धनत्रयोदशी भी कहा जाता है। 🔔 शुभ मुहूर्त (Puja Muhurat) धनतेरस पूजा मुहूर्त: शाम 07:12 बजे से 08:16 बजे तक प्रदोष काल: 05:45 PM से 08:16 PM वृषभ काल (स्थिर लग्न): 07:12 PM से 09:07 PM तक पूजा का महत्व इस दिन भगवान धन्वंतरि , माता लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा की जाती है। यह दिन स्वास्थ्य, धन और समृद्धि क...

Durga Puja Mela 2025 Banarhat Jalpaiguri West Bengal

दुर्गा पूजा मेला 2025 बनारहाट, जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल: एक सांस्कृतिक उत्सव की झलक पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक उत्सव है जो पूरे राज्य को जीवंत कर देता है। जलपाईगुड़ी जिले के बनारहाट क्षेत्र में हर साल आयोजित होने वाला दुर्गा पूजा मेला 2025 में और भी भव्य रूप लेने जा रहा है। यह मेला न केवल स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है। इस मेले को स्थानीय लोग ' मीना बाज़ार ' के नाम से भी जानते हैं। अधिकांश स्थानीय लोग इसे 'मीना बाज़ार' ही कहते हैं। बनारहाट का यह प्रसिद्ध मेला एनएच-31 से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बंगला हाई स्कूल के विशाल मैदान में आयोजित होता है, जहाँ हर साल हजारों लोग जुटते हैं। आइए जानते हैं यह मेला कब शुरू होता है और कब खत्म होता है सामान्य दिनों में मेला दोपहर 3 बजे से शुरू होकर रात 12 बजे तक चलता है, जबकि रविवार   ( SUNDAY) को यह मेला दोपहर 12 बजे से ही शुरू हो जाता है। यह मेला सप्तमी से शुरू होकर कुल 12 दिनों तक चलता है। आइए जानते हैं कि इस मेले...

भूटान जाने से पहले ध्यान रखें ये महत्वपूर्ण बातें important things to keep in mind before visiting Bhutan

भूटान जाने से पहले ध्यान रखें ये महत्वपूर्ण बातें भूटान दक्षिण एशिया का एक छोटा, पहाड़ी और ज़मीन से घिरा देश है। यह चीन के तिब्बत क्षेत्र से उत्तर में और भारत के पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश से दक्षिण में घिरा हुआ है। जिसे आधिकारिक रूप से "ड्रुक युल" यानी "गर्जनशील ड्रैगन की भूमि" कहा जाता है। आइए जानें कि कौन-कौन सी बातें महत्वपूर्ण हैं। 1. भूटान यात्रा के लिए पहचान पत्र से जुड़ी ज़रूरी जानकारी भूटान यात्रा के दौरान आपको हमेशा अपना पहचान पत्र साथ रखना अनिवार्य होता है। नीचे दिए गए बिंदुओं को ध्यान में रखें: • वोटर कार्ड या पासपोर्ट की मूल प्रति साथ रखें। ये दोनों दस्तावेज़ भूटान में वैध पहचान प्रमाण के रूप में स्वीकार किए जाते हैं। • आधार कार्ड साथ रखना वैकल्पिक है, लेकिन भूटान में इसकी मान्यता लगभग नहीं के बराबर है। इसलिए केवल आधार कार्ड पर निर्भर न रहें। • सबसे अच्छा विकल्प है कि आप मूल वोटर कार्ड या मूल पासपोर्ट साथ रखें। इससे आपकी पहचान आसानी से प्रमाणित हो सकेगी और यात्रा में कोई बाधा नहीं आएगी। • भारत, बांग्लादेश और मालदीव के नागरिको...

बोनस भुगतान अधिनियम 1965 की सरल व्याख्या: कर्मचारियों के अधिकार, नियम और समय-सीमा हिंदी में Simplified Explanation of the Payment of Bonus Act, 1965: Employee Rights, Rules, and Timelines

🎁 बोनस क्या है और क्यों दिया जाता है? "बोनस" शब्द की कोई साफ परिभाषा किसी कानून में नहीं दी गई है, लेकिन आमतौर पर इसका मतलब होता है: • कर्ज पर मिलने वाले ब्याज से ज्यादा पैसा • शेयरधारकों को अतिरिक्त लाभ • बीमा धारकों को मुनाफे में हिस्सा • कर्मचारियों को उनकी मेहनत के अलावा मिलने वाला अतिरिक्त भुगतान • या कभी-कभी किसी को खुश करने के लिए दिया गया तोहफा  बोनस देने का असली मकसद यह है कि जो मजदूरी दी जाती है और जो एक इंसान को ठीक से जीने के लिए मिलनी चाहिए (जीवनयापन योग्य मजदूरी), उन दोनों के बीच का फर्क थोड़ा कम किया जा सके।  भारत (INDIA) में बोनस कानून का इतिहास  भारत में कर्मचारियों को बोनस देने की परंपरा प्रथम विश्व युद्ध (1917) के समय शुरू हुई थी। उस समय कुछ कपड़ा मिलों ने अपने श्रमिकों को मजदूरी का 10% युद्ध बोनस दिया था। यह भुगतान भारत रक्षा नियमों के नियम 81A के तहत किया गया था। बाद में, औद्योगिक विवादों में भी बोनस की मांग उठने लगी। 📅 बोनस कानून बनने की प्रक्रिया: • 1950: श्रम अपीलीय न्यायाधिकरण ने बोनस तय करने के लिए एक फॉर्मूला बनाया। • 1959: ...

Ulta Ghar Banarhat, Kalabari upside house, Dooars Fun City,

Ulta Ghar Banarhat Kalabari | उल्टा घर बनारहाट कालाबाड़ी की जानकारी Ulta Ghar Banarhat Kalabari उल्टा घर बनारहाट कालाबाड़ी की जानकारी Kujur techno लेखिका: Amit Kujur | प्रकाशित: 27 अगस्त 2025 🔍 परिचय | Introduction Ulta Ghar, जिसे “Upside Down House” भी कहा जाता है, Banarhat के पास Kalabari में स्थित एक अनोखा पर्यटक स्थल है। यह घर पूरी तरह उल्टा बना हुआ है—छत नीचे और फर्श ऊपर। यह बच्चों, परिवारों और फोटोग्राफी प्रेमियों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन चुका है। Located in Kalabari near Banarhat, Ulta Ghar is a quirky and creative tourist spot where everything—from furniture to ceiling fans—is upside down. It’s part of Dooars Fun City and attracts hundreds of visitors every week. 📍 लोकेशन और पहुंच | Location & Accessibility स्थान: Ulta Ghar, Kalabari, Banarhat, Jalpaiguri District, West Bengal – 735202 🚉 निकटतम रेलवे स्टेशन: Banarhat (5 km) 🛣️ सड़क मार्ग: NH-31 से Kalabar...

Static Sites में AI टूल्स कैसे जोड़ें | How to Integrate AI Tools in Static Sites

Static Sites में AI टूल्स कैसे जोड़ें | How to Integrate AI Tools in Static Sites Static Sites में AI टूल्स कैसे जोड़ें How to Integrate AI Tools in Static Sites लेखिका: Kujur techno | प्रकाशित: 26 अगस्त 2025 🔍 परिचय | Introduction आज के डिजिटल युग में AI टूल्स को वेबसाइट्स में जोड़ना बेहद ज़रूरी हो गया है। लेकिन जब हम static platforms जैसे Blogger या GitHub Pages की बात करते हैं, तो backend की कमी एक बड़ी चुनौती बन जाती है। इस ब्लॉग में हम सीखेंगे कि कैसे HTML, JavaScript और iframe embedding के ज़रिए AI टूल्स को static साइट्स में integrate किया जा सकता है—बिना किसी server-side support के। 📚 Static Site क्या होता है? | What is a Static Site? Static site वह वेबसाइट होती है जिसमें content पहले से HTML फॉर्म में होता है और server-side scripting (जैसे PHP, Node.js) नहीं होती। Blogger, GitHub Pages, और Netlify जैसी platforms static hosting के उदाहरण हैं। 🤖 AI टूल्स के प्रकार | Types of AI Tools Yo...

बच्चों की आधुनिक शिक्षा में AI का महत्व | Importance of AI in Modern Education for Children

बच्चों की आधुनिक शिक्षा में AI का महत्व | Importance of AI in Modern Education for Children बच्चों की आधुनिक शिक्षा में AI का महत्व Importance of AI in Modern Education for Children लेखिका: kujur Techno | प्रकाशित: 26 अगस्त 2025 परिचय | Introduction आज की शिक्षा प्रणाली में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) एक क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। यह बच्चों को न केवल स्मार्ट तरीके से पढ़ने में मदद करती है, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए तैयार भी करती है। In regions like North Bengal, where access and language diversity matter, AI is bridging gaps and making learning more inclusive. AI क्या है शिक्षा में? | What is AI in Education? AI यानी Artificial Intelligence शिक्षा में ऐसे टूल्स और तकनीकों का उपयोग है जो बच्चों की सीखने की शैली, गति और रुचि के अनुसार कंटेंट को अनुकूलित करते हैं। These include smart apps, virtual tutors, voice assistants, and adaptive learning platforms. बच्चों के लिए AI के लाभ | Benefits of AI...

On-Page SEO क्या है और कैसे करें – हिंदी गाइड

On-Page SEO क्या है और कैसे करें – हिंदी गाइड 📈 On-Page SEO क्या है और कैसे करें – हिंदी में पूरी गाइड परिचय: अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट Google में टॉप रैंक करे, तो On-Page SEO सबसे पहला और सबसे जरूरी कदम है। यह वह प्रक्रिया है जिसमें आप अपनी वेबसाइट के अंदर मौजूद कंटेंट, टेक्स्ट, इमेज, URL, और कोड को इस तरह optimize करते हैं कि वह सर्च इंजन को स्पष्ट रूप से समझ आए और यूज़र को बेहतर अनुभव दे। 🔍 On-Page SEO क्या है? On-Page SEO का मतलब है वेबसाइट के अंदर मौजूद सभी तत्वों को इस तरह से optimize करना कि Google और अन्य सर्च इंजन आपकी साइट को बेहतर तरीके से समझ सकें और उसे सही कीवर्ड पर रैंक करें। इसमें टेक्निकल और कंटेंट दोनों प्रकार के सुधार शामिल होते हैं। 📊 On-Page SEO के मुख्य तत्व Title Tag: पोस्ट का मुख्य शीर्षक जिसमें कीवर्ड शामिल हो Meta Description: 150–160 कैरेक्टर का सारांश जो सर्च रिज़ल्ट में दिखता है Headings (H1–H6): कंटेंट को संरचना देने के लिए URL Structure: छोटा, स्पष्ट और कीवर्ड युक्त URL ...

Surfer SEO से कंटेंट को Google में टॉप रैंक कैसे दिलाएँ – हिंदी गाइड

Surfer SEO से कंटेंट को Google में टॉप रैंक कैसे दिलाएँ – हिंदी गाइड 📈 Surfer SEO आपके कंटेंट को Google में बेहतर रैंक दिलाने में कैसे मदद करता है? परिचय: आज के डिजिटल युग में, केवल अच्छा कंटेंट लिखना ही काफी नहीं है — उसे Google जैसे सर्च इंजन के लिए भी सही तरीके से optimize करना ज़रूरी है। यही काम आसान बनाता है Surfer SEO , एक ऐसा टूल जो डेटा-ड्रिवन तरीके से आपके कंटेंट को analyze करता है और बताता है कि उसे कैसे बेहतर बनाया जाए ताकि वह टॉप रैंक करे। 🔍 Surfer SEO क्या है? Surfer SEO एक cloud-based SEO tool है जो आपके कंटेंट को real-time में analyze करता है और आपको keyword usage, structure, headings, और semantic relevance के आधार पर optimization suggestions देता है। 🧠 Surfer SEO कैसे काम करता है? यह टूल आपके चुने हुए कीवर्ड के आधार पर Google में पहले से रैंक कर रहे टॉप पेजों का विश्लेषण करता है और उनके आधार पर आपको सुझाव देता है कि: कितने शब्दों का कंटेंट होना चाहिए कौन-कौन से keywords शामिल करने चाहिए कितने headings, pa...

ICSI Result June 2025 – कैसे देखें, टॉपर्स, मार्कशीट और आगे की तैयारी

ICSI Result June 2025 – पूरी जानकारी हिंदी में 📢 ICSI Result June 2025 – पूरी जानकारी हिंदी में परिचय: अगर आप कंपनी सेक्रेटरी बनने की राह पर हैं, तो ICSI का जून 2025 का परिणाम आपके लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि परिणाम कैसे देखें, योग्यता क्या है, टॉपर्स कौन हैं, और आगे की तैयारी कैसे करें। 🏛️ ICSI क्या है? ICSI भारत सरकार के अधीन एक वैधानिक संस्था है जो कंपनी सेक्रेटरी को प्रमाणित करती है। यह हर साल दो बार परीक्षा आयोजित करती है — जून और दिसंबर में। CS Executive CS Professional 📅 जून 2025 की परीक्षा विवरण परीक्षा तिथि: 1 जून से 10 जून 2025 परीक्षा समय: सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:15 बजे परीक्षा मोड: ऑफलाइन सिलेबस: 2017 और 2022 दोनों लागू 📊 परिणाम कब और कैसे घोषित हुआ? घोषणा तिथि: 25 अगस्त 2025 Executive Programme: दोपहर 2:00 बजे Professional Programme: सुबह 11:00 बजे वेबसाइट: icsi.edu 🧾 परिणाम कैसे देखें? icsi.edu पर जाएँ “CS Res...

2025 के प्रमुख त्योहार और पूजा विधियाँ

2025 के प्रमुख त्योहार और पूजा विधियाँ 📅 2025 के प्रमुख त्योहार और पूजा विधियाँ भारत एक सांस्कृतिक देश है जहाँ हर महीने कोई न कोई पर्व मनाया जाता है। 2025 में कौन-कौन से प्रमुख त्योहार कब पड़ रहे हैं और उनकी पूजा कैसे की जाती है, यह जानना हर भक्त के लिए आवश्यक है। इस लेख में हम आपको पूरे वर्ष के प्रमुख हिंदू त्योहारों की तिथि और पूजा विधि बताएंगे। 🗓️ जनवरी लोहड़ी – 13 जनवरी: अग्नि के चारों ओर तिल, गुड़, मूंगफली अर्पित करें। मकर संक्रांति – 14 जनवरी: सूर्य देव को जल अर्पित करें, तिल-गुड़ का दान करें। 🗓️ फरवरी वसंत पंचमी – 3 फरवरी: माँ सरस्वती की पीले वस्त्रों में पूजा करें, पुस्तकें और वाद्ययंत्र रखें। महाशिवरात्रि – 26 फरवरी: बेलपत्र, दूध, जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। 🗓️ मार्च होलिका दहन – 13 मार्च: होलिका की परिक्रमा करें, गेहूं की बालियाँ अर्पित करें। रंगों की होली – 14 मार्च: गुलाल से एक-दूसरे को रंगें, मिठाई बाँटें। चैत्र नवरात्रि – 30 मार्च से: घटस्थापना करें, नौ दिनों तक देवी के नौ रूप...