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Showing posts from September, 2025

Dhanteras Par Kharidein Ye saman jo Aapke Liye Subh Hoga

धनतेरस पर क्या खरीदें जो आपके लिए शुभ होगा धनतेरस पर क्या खरीदें जो आपके लिए शुभ होगा धनतेरस का महत्व धनतेरस, जिसे धनत्रयोदशी भी कहा जाता है, दीपावली के पांच दिवसीय उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है। यह पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन स्वास्थ्य और समृद्धि से जुड़ी वस्तुओं की खरीदारी शुभ मानी जाती है। धनतेरस 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त धनतेरस 2025 में शनिवार, 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा। यह दिन दीपावली उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है और इसे धनत्रयोदशी भी कहा जाता है। 🔔 शुभ मुहूर्त (Puja Muhurat) धनतेरस पूजा मुहूर्त: शाम 07:12 बजे से 08:16 बजे तक प्रदोष काल: 05:45 PM से 08:16 PM वृषभ काल (स्थिर लग्न): 07:12 PM से 09:07 PM तक पूजा का महत्व इस दिन भगवान धन्वंतरि , माता लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा की जाती है। यह दिन स्वास्थ्य, धन और समृद्धि क...

पितृ पक्ष 2025: कब है, क्या करें और क्या न करें Pitra Paksh kab hai 2025 aur kya kare aur na kare

पितृ पक्ष 2025: कब है, क्या करें और क्या न करें? पितृ पक्ष कब है और क्या करें पितृ पक्ष पर? (2025 के लिए सम्पूर्ण गाइड) पितृ पक्ष करने से क्या होता है? पितृ पक्ष में श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और वे प्रसन्न होकर अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं। हिंदू धर्म में मान्यता है कि इस 16 दिवसीय अवधि में पितृ लोक के द्वार खुलते हैं और पितरों की आत्माएं पृथ्वी पर आती हैं। यदि इस समय विधिपूर्वक श्राद्ध कर्म किया जाए, तो पितृ दोष समाप्त होता है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है। पितृ पक्ष में किए गए तर्पण और दान से आत्मा को अगला शरीर प्राप्त करने में सहायता मिलती है और मोक्ष की ओर गति होती है। यह कर्म केवल धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि पूर्वजों के प्रति श्रद्धा और कृतज्ञता व्यक्त करने का माध्यम है। जो व्यक्ति पितृ पक्ष में श्राद्ध नहीं करता, उसकी कुंडली में पितृ दोष उत्पन्न हो सकता है, जिससे जीवन में बाधाएं आती हैं। इसलिए पितृ पक्ष में श्राद्ध करना न केवल आत्मिक शांति के लिए आवश्यक है, बल्कि यह परिवार की...